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आज थम से बारिश हुई
मुंतज़िर मारवाड़ी
Saturday, 23 May, 2020
आज थम से बारिश हुई
आज उनकी याद फिर आयी
ऐसा लगा रो रहा है खुदा भी
खुदा को भी मेरी हालत पर दया आयी
जब देखा दो पन्छियो के जोड़े को
मुझे अपने बीते लम्हातो की याद आयी
याद आया वो पल जब हम साथ थे
वो हम, वो जगह फिर याद आयी
आज थम से बारिश हुई
आज उनकी याद फिर आयी
जब आया मोसम सावन का, जो गिरी दो बूंदे चेहरे पर
भीगी ज़ुल्फो मे छुपा वो मासूम सा चेहरा, फिर याद आया
वो मोसम , उनकी नादानिया फिर याद आयी
आज थम से बारिश हुई
आज उनकी याद फिर आयी
फिर वक़्त आया शाम ए अलम का
तेरे रुखसत का वो वक़्त भी याद आया
जब हम दोनो की ना बात हुई
थे चेहरे उदास हमारे
पर फिर भी होंठो पे ना वो बात आयी
आज उस चुप्पी की सज़ा बहुत याद आयी
आज थम से बारिश हुई
आज उनकी याद फिर आयी
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